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घमंड से अपना *सर* ऊँचा न करे... जीतने वाले भी .... अपना *गोल्ड मैडल*... सिर झुका के हासिल करते है

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घमंड से अपना *सर* ऊँचा न करे... जीतने वाले भी .... अपना *गोल्ड मैडल*... सिर झुका के हासिल करते है _________________________ आहिस्ता से पढना- पछतायेगा कौन ?  एक वाक्य भी दिल में बैठ गया तो कविता सार्थक हो जायेगी - मैं रूठा ,       तुम भी रूठ गए                       फिर मनाएगा कौन ? आज दरार है ,            कल खाई होगी                            फिर भरेगा कौन ? मैं चुप ,      तुम भी चुप           इस चुप्पी को फिर तोडे़गा कौन ? छोटी बात को लगा लोगे दिल से ,                  तो रिश्ता फिर निभाएगा कौन ? दुखी मैं भी और  तुम भी बिछड़कर ,...

*हर चीज़ की कीमत समय आने पर ही होती है,*

*हर चीज़ की कीमत समय आने पर ही होती है,* *मुफ्त में मिलता हुआ ये ओक्सिजन, अस्पताल में बहुत महंगा बिकता है।।* ___________________________ *नदी* का पानी *मीठा* होता है क्योंकि               वो पानी *देती* रहती है। *सागर* का पानी *खारा* होता है क्योंकि              वो हमेशा *लेता* रहता है। *नाले* का पानी हमेशा *दुर्गंध* देता है क्योंकि               वो *रूका* हुआ होता है।            *यही जिंदगी है* *देते रहोगे* तो सबको *मीठे* लगोगे। *लेते रहोगे* तो *खारे* लगोगे।और अगर *रुक गये* तो सबको *बेकार* लगोगे।      निष्कर्ष : *सत्कर्म ही जीवन है।* ___________________________          अमीर के जीवन में जो                     महत...