हाल नी केळवणी विशे वांचवालायक सुविचार- मननी केळवणी प्राथमिक शाळाओ ना विद्यार्थियों तथा शिक्षकों ने वांचवालायक हाल नी केळवणी विशे वांचवालायक सुविचार- मननी केळवणी स्पष...
अंकोनी व्याख्या पण केवी विचित्र कहेवाय दरेक स्पर्धा मा दरेक नु मूल्यांकन अलग अलग होइ शके स्पष्ट इमेज जोवा माटे आ लिंक गूगल क्रोम ब्राउजर मा ओपन करी इमेज पर क्लिक करो सुविचार
" *इन्सान* " *इस एक कारण से* *अकेला हो जाता है*, " *अपनो" को छोडने की सलाह* " *गैरों" से लेता है* ______________________ *जिस दिन हम ये समझ जायेंगे कि* *सामने वाला गलत नहीं है सिर्फ* *उसकी सोच हमसे अलग है* *उस दिन जीवन से* *दुःख समाप्त हो जायेंगे* *"बड़प्पन" वह गुण है जो पद से नहीं* *"संस्कारों" से प्राप्त होता है।* ______________________ सुविचार वांचवा माटे
*विचार पुष्प* *पेड़ के नीचे रखी भगवान की टूटी मूर्ति को देख कर समझ आया,* *कि..* *परिस्थिति चाहे कैसी भी हो,* *पर कभी ख़ुद को* *टूटने नही देना..* *वर्ना ये दुनिया* *जब टूटने पर भगवान को* *घर से नि...